हिंदी व्याकरण में क्रिया एक महत्वपूर्ण विषय है। जब हम कोई वाक्य बोलते है, तो उसमे कोई न कोई कार्य अवश्य हो रहा होता है- और यही कार्य को दर्शाने वाला शब्द क्रिया कहलाता है। बिना क्रिया के वाक्य अधुरा होता है। जेसे- विवेक नाच रहा है। यहा "नाच रहा है" क्रिया है जो कार्य को व्यक्त कर रहा है।
इस ब्लॉग में हम जानेगे की:-
- क्रिया किसे कहते है? ( परिभाषा )
- क्रिया के कितने भेद होते है?
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
- प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद
- क्रिया के उदाहरण
क्रिया किसे कहते है? ( What is Verb )
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क्रिया क्या है? |
क्रिया जिससे किसी काम के होने या करने का बोध हो, उसे क्रिया कहते है।यह अपने मूल रूप धातु से बनता है।
क्रिया के उदाहरण:-
- विवेक खाना खा रहा है।
- सोनाली गा रही है।
- मुन्ना सो गया।
इन वाक्यों में खा रहा है, गा रही है, सो गया - ये सभी क्रिया है, जो कार्य के होने को दर्शा रहे है।
धातु क्या है?
क्रिया के मूल रूप को धातु कहते है। धातु क्रिया पद के उस अंश को कहते है, जो किसी क्रिया के प्रायः सभी रूप में पाई जाती है। उदाहरण के लिए:- बोल(धातु)- बोलना, बोलता, बोल रहा। देख (धातु) - देखा, देखेंगे।
धातु के भेद:- धातु के दो भेद है।
- मूल धातु
- यौगिक धातु
1. मूल धातु:- मूल धातु स्वतंत्र होती है जो किसी दुसरे शब्द पर निर्भर नहीं करती है। जेस - खा, पी, देख इत्यादि।
2. यौगिक धातु:- यौगिक धातु स्वतंत्र नहीं होती है यह हमेश किसी दुसरे शब्द पर निर्भर करती है। जेस - लिखवाना, पिलाना, जगाना।
क्रिया के भेद ( Types Of Verb )
क्रिया के मूलतः दो भेद है:-
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
1. सकर्मक क्रिया ( Transitive verb )
जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़े, उसे सकर्मक क्रिया कहते है।
दुसरे शब्दों में:- जिसमे सवाल पूछने पर उत्तर मिलता हो, उसे सकर्मक क्रिया कहते है।
जेसे- विवेक आम खाता है। यहाँ "आम" कर्म है और क्रिया "खाता" है।
सकर्मक क्रिया के भेद:- सकर्मक क्रिया के दो भेद है।
(a.) एककर्मक क्रिया (b.) द्विकर्मक क्रिया
(a.) एककर्मक क्रिया:- जिस क्रिया का संबंध केवल एक कर्म से होता है, उसे एककर्मक क्रिया कहते है।
जेसे- सीमा किताब पढ़ रही है। गणेश सेब खा रहा है।
(b.) द्विकर्मक क्रिया:- जिस क्रिया का संबंध दो कर्म से होता है, उसे द्विकर्मक क्रिया कहते है।
जेसे- गणेश ने रमेश को किताब दी। राम ने श्याम को थप्पड़ मारा।
2. अकर्मक क्रिया ( Intransitive Verb )
जिस क्रिया का फल कर्ता पर पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते है।
दुसरे शब्दों में:- जिसमे सवाल पूछने पर उत्तर नहीं मिलता हो, उसे अकर्मक क्रिया कहते है।
जेसे- राम सोता है। यहाँ "सोता है" क्रिया है जिसका फल कर्ता "राम" पर पद रहा है।
रचना या प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद
प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद निम्नलिखित है:-
- नामधातु क्रिया
- नामिक क्रिया
- विधि क्रिया
- मूल क्रिया
- संयुक्त क्रिया
- समस्त क्रिया
- सामान्य क्रिया
- सहायक क्रिया
- सजातीय क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
1. नामधातु क्रिया:-
नामधातु क्रिया वह क्रिया होती है जो किसी संज्ञा या नाम में धातु जोड़कर बनायीं जाती है, उसे नामधातु क्रिया कहते है। जेसे- सेवा करना, प्रश्न पूछना, जवाब देना।
2. नामिक क्रिया:-
वह क्रिया जो दिखने में संज्ञा की तरह लगे, लेकिन वाक्य में उसका प्रयोग क्रिया के रूप में हो उसे नामिक क्रिया कहते है। जेसे- खेलना अच्छी बात है। खाना बनाना आसान है।
3. विधि क्रिया:-
वह क्रिया जिसमे किसी कार्य के होने की संभावना या आवश्यकता को प्रकट करे, उसे विधि क्रिया कहते है।
जेसे- हमें समय पर पढ़ना चाहिए। वह परीक्षा में फेल हो सकता है।
4.मूल क्रिया:-
जो क्रिया अपने शुद्ध और स्वतंत्र रूप में हो और किसी दुसरे शब्द पर निर्भर नहीं करता, उसे मूल क्रिया कहते है।
जेसे- खाना, पीना, चलना, दोड़ना।
5. संयुक्त क्रिया:-
वह क्रिया जिसमे दो या दो से अधिक क्रियाए मिलकर किसी एक ही कार्य को व्यक्त करती है, उसे संयुक्त क्रिया कहते है। जेसे- वह घर चला गया। उसने पत्र लिख डाला। उसने काम कर लिया।
6. समस्त क्रिया:-
वह क्रिया जिसमे दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक ही क्रिया का काम करती है, उसे समस्त क्रिया कहते है।
जेसे- हम सबने फैसला किया। उसने मुझसे वादा किया। नेता जी ने भाषण दिया।
7. सामान्य क्रिया:-
वह क्रिया जो वाक्य में कोई सीधा साधारण कार्य दर्शाती है, उसे सामान्य क्रिया कहते है।
जेसे- तुम खाते हो। वह सोता है। मै नाचता हूँ।
8. सहायक क्रिया:-
वह क्रिया जो मुख्य क्रिया की मदद करती है और उसके रूप, सम्भावना या जरुरत को दर्शाती है, उसे सहायक क्रिया कहते है। जेसे- वह पढ़ रहा है। तुम खाना खा चुके हो। लड़का सो गया।
9.सजातीय क्रिया:-
जब वाक्य में एक जेसे ही दो या दो से अधिक क्रियाए एक साथ प्रयोग होती है, उसे सजातीय क्रिया कहते है।
जेसे- बच्चा हसता है और खेलता है। विवेक गाता है और नाचता है।
10. प्रेरणार्थक क्रिया:-
प्रेरणार्थक क्रिया वह क्रिया होती है जिसमे कर्ता स्वम कार्य नहीं करता, बल्कि दुसरे से वह कार्य करवाता है।
जेसे- माँ ने मुझे बाज़ार भेजा। उसने मित्र को पत्र लिखवाया।
11. पूर्वकालिक क्रिया:-
वह क्रिया जो यह बताती है की कोई कार्य भूतकाल में पहले ही हो चुकी है, उसे पूर्वकालिक क्रिया कहते है।
जेसे- वह आने से पहले ही खाना खा चूका था। हमारे घर पहुचने से पहले ही बिजली चली गई थी।
क्रिया के उदाहरण ( Examples Of Verbs )
- रमेश स्कूल जाता है।
- तुम तेज दोड़ते हो।
- मै पानी पीता हूँ।
- बच्चा खेल रहा है।
- सीता गाती है।
- वह बहुत हसता है।
- तुम बाज़ार गए थे।
- मैं स्कूल पंहुचा।
- तुमने झूट बोला।
- मम्मी घरआई।
- पापा बाहर गए।
- लड़का गिर गया।
- हम पार्क में खेलते है।
- बच्चे कूद रहे है।
- तुमने किताब पढ़ी।
- हम परीक्षा दे चुके है।
- उसने मुझसे कहा।
- पुलिस ने मुझे पकड़ा।
- मैं बाहर जा रहा हूँ।
- तुम सो रही हो।
- उसने गेट खोला।
- हवा तेज चल रही है।
- पेड़ हिल रहे है।
- वह पेड़ पर चढ़ रहा है।
- शिक्षक ने सवाल पूछा।
- छात्र ने उत्तर दिया।
- मैंने तुम्हे देखा।
- तुमने मुझे मारा।
- वह मोबाइल खरीद रहा है।
- हम घर जा रहे है।
- तुम सब्जी ला रहे हो।
- माँ खाना बना रही है।
- सेवा करना।
- जवाब देना।
- पढ़ना अच्छी बात है।
- हमें समय पर पढ़ना चाहिए।
- चलना।
- दोड़ना।
- वह बाहर चला गया।
- उसने मुझसे वादा किया।
- हम नाचते है।
- तुम खाना खा चुके हो।
- विवेक गाता है और नाचता है।
- माँ ने मुझे बाज़ार भेजा।
- राम सो गया।
- गणेश गाड़ी चला रहा है।
- गणेश ने रमेश को किताब दी।
- मैंने तुमसे प्यार किया।
- लड़की रो रही है।
- हम टीवी देखते है।
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